कोरोना की दूसरी लहर अब युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के कोविड-19 के सदस्य खुसरव बजान ने एक इंटरव्यू में कहा कि 12 से 15 साल की उम्र के बच्चे भी लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इसके बीच पिछले साल कोरोना से कुुुछ हद तक बचे रहे युवाओं के लिए कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर उनकी जान पर भारी पड़ती हुई नजर आ रही है। कोरोना की दूसरी लहर ने इस साल बड़ी संख्या में युवाओं को अपनी चपेट में लिया हैं। कुछ शहरों में तो युवा वृद्धों की तुलना में अधिक संख्या में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
दिल्ली स्थित डायग्नोस्टिक लैब के एक विशेषज्ञ ने रविवार को एक इंटरव्यू में बताया कि इस बार कोरोना के अलग-अलग लक्षण हैं। उनके अनुसार कई लोगों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल,लाल आंखें, सिरदर्द समेत कई बीमारियों की शिकायत है। इस बार बुखार, सर्दी – झुकाम , गले में दर्द जैसी शिकायतें नहीं है।।
अगर हम दिल्ली की ही बात करें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों युवाओं के ज्यादा संख्या में संक्रमित होने के आंकड़ों पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में 65 फीसदी नए मरीज 45 साल से कम उम्र के हैं। यह चिंता जनक है। हमें जल्द ऐसे उपायों को अपनाना होगा कि कोरोना का संक्रमण फैलने से रुके।
इसके अलावा कुछ राज्यों के जिलों के अप्रेल माह के आंकड़ों पर नज़र डालें तो मध्यप्रदेश के मंदसौर में 19 अप्रेल 1288 मरीज मिलें, इनमें से 68 बच्चे और 801 युवा शामिल है। इसी तरह ग्वालियर में 17 दिन में 18 से 40 साल तक की उम्र के 4448 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। इसी तरह उत्तरप्रदेश के मोरादाबाद में 15 अप्रेल तक 1743 लोग संक्रमित हुए, इनमें से 45 साल तक की उम्र के 1254 लोग शामिल है। वहीं देश के 5 राज्यों में 80 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इनमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल है।